आज कल भारत में इंग्लिश भाषा का चलन इस हद तक बढ़ कि जहाँ जरुरत भी नहीं है वह पर भी इंग्लिश का ही प्रयोग हो रहा है। इसकी वजह से सिर्फ हिंदी जानने वालो को बड़ी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। लोगो अपने आप को Hindicapped (Handicapped जैसे विकलांग की तरह जो इंग्लिश नहीं जानता हो ) महसूस कर रहे है। नमस्ते के माध्यम से ये चिन्ह अपने आप में एक माध्यम होगा ये बताने का कि यहाँ हिंदी का पूर्ण सम्मान होता है।
अगर आपको इंग्लिश नहीं आती तो बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ता है| पढाई में हिंदी-मीडियम के छात्रो की मुश्किलों के अलावा आज कल तो और भी बहुत सारे कारण है इंग्लिश सीखने के| आप होटल में जाओ तो इंग्लिश, आप सिनेमा देखने जाओ तो इंग्लिश| और तो और मम्मी पापा को बच्चो के स्कूल में जाने में भी हिचकिचाहट होती है अगर इंग्लिश ना आती हो तो| धीरे धीरे आत्मविश्वास कम होता जाता है|
Magnitude of Problem
Two bollywood movies have been created on this issue. One is “Hinglish Vinglish” and other is “Hindi Medium”. Though there have been various movies and other social instances where this issue have been highlighted many times. Here is a quick video from the movie “Hinglish Vinglish”.
ये वीडियो देखने में तो मजाक सा लगता है पर बहुत से लोगो के जीवन की कडवी सच्चाई को भी व्यक्त करता है| वो सच्चाई है कि हिंदी मीडियम से पढने वालो को क्या क्या मुश्किलें झेलनी पड़ती है|
https://www.youtube.com/watch?v=yCkVeanuP18
Project Hindi Ecosystem
The intent of “Project Hindi Ecosystem” is not to promote “Hindi” to non-Hindi people. But to create a support system for people who speak in Hindi so that they can live a life of convenience.